Thursday 22 September 2016

ना तुम हमे जानो, ना हम तुम्हे जाने




ना तुम हमे जानो, ना हम तुम्हे जाने ………………………………


ना तुम हमें जानो, हम तुम्हें जानें

मगर लगता है कुछ ऐसा, मेरा हमदम , मिल गया !


ये मौसम ये रात ,चुप है, ये होंठों की बात, चुप है .

खामोशी सुनाने लगी है, दास्तां !

नज़र बन गई है, दिल की, ज़ुबां !

तुम हमें................


मुहब्बत के मोड़ पे हम, मिले सबको छोड़ के हम .

धड़कते दिलों का ले के , ये कारवां !

चले आज दोनों, जाने कहाँ ?


ना तुम हमें जानो, हम तुम्हें जानें !

मगर लगता है कुछ ऐसा, मेरा हमदम , मिल गया !





Thursday 7 April 2016

सपने जगा के तूने, #काहे को दे दी #जुदाई, काहे को दुनिया बनाई, तूने काहे को दुनिया बनाई

#Pratushya

दुनिया बनाने वाले
क्या तेरे मन में समाई , काहे को दुनिया बनाई,
तूने काहे को  दुनिया बनाई - 2
……………………………………………….
काहे बनाए तूने माटी के पुतले , धरती ये प्यारी प्यारी  मुखड़े  ये उजले
काहे बनाया  तूने  दुनिया का खेलाजिसमें  लगाया  जवानी  का  मेला
गुप-चुप #तमाशा  देखेवाह  रे  तेरी  खुदाई
काहे को  दुनिया  बनाईतूने काहे को दुनिया बनाई !

दुनिया बनाने वाले, क्या तेरे मन में समाई काहे को दुनिया बनाई, तूने काहेको दुनिया बनाई !
……………………………………………………..

तू भी तो तड़पा होगा #मन को बनाकरतूफ़ां  ये #प्यार  का  मन  में छुपा कर
कोई #छवि तो होगी  आँखों में तेरीआँसू भी छलके होंगे  पलकों से तेरी
बोल क्या  सूझी  तुझको, काहे को #प्रीत  जगाई
काहे को दुनिया बनाई, तूने काहे को दुनिया बनाई

दुनिया बनाने वाले, क्या तेरे मन में समाई ,काहे को दुनिया बनाई,तूने काहे को दुनिया बनाई !
………………………………..

प्रीत बनाके तूने जीना सिखायाहंसना  सिखाया ,रोना सिखाया
जीवन के पथ पर #मीत #मिलाए , मीत मिलाके तूने #सपने #जगाए 


सपने जगा के तूने, #काहे को दे दी #जुदाई
काहे को दुनिया बनाई, तूने काहे को दुनिया बनाई
………………………………

दुनिया      बनाने    वाले , क्या  तेरे  मन  में  समाई  ?
काहे को  दुनिया  बनाईतूने  काहे को  दुनिया  बनाई  ?



Rest in peace , my dear,Whatever stress may have forced you to do so which U shouldn't have done.